2025 बोर्ड परीक्षा: बदलाव और अपडेट की पूरी जानकारी
Bord Exam 2025 भारत के शिक्षा क्षेत्र में 2025 बोर्ड परीक्षा को लेकर कई अहम बदलाव किए गए हैं। इन बदलावों का उद्देश्य छात्रों की कौशल क्षमता को बेहतर बनाना और उन्हें नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के अनुरूप तैयार करना है। आइए विस्तार से जानें:
1. परीक्षा की तिथियां
- कक्षा 10: परीक्षाएं 15 फरवरी 2025 से शुरू होकर 18 मार्च 2025 तक चलेंगी।
- कक्षा 12: यह परीक्षाएं 15 फरवरी 2025 से 4 अप्रैल 2025 तक आयोजित की जाएंगी।
इस बार टाइमटेबल को 86 दिन पहले जारी किया गया, जिससे छात्रों को बेहतर तैयारी का समय मिल सके।
2. परीक्षा का प्रारूप
कक्षा 12
- 50% प्रश्न होंगे कौशल आधारित (Competency-Based Questions)।
इनमें केस स्टडी, एप्लिकेशन आधारित प्रश्न, और बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) शामिल होंगे। - यह कदम छात्रों के विश्लेषणात्मक और तार्किक सोच को विकसित करने के लिए उठाया गया है।
कक्षा 10
- पिछले वर्ष की तरह इस बार भी 50% प्रश्न कौशल आधारित होंगे।
आंतरिक मूल्यांकन (Internal Assessment)
- सभी विषयों में आंतरिक मूल्यांकन का महत्व बढ़ाया गया है।
- प्रोजेक्ट वर्क, असाइनमेंट, और प्रैक्टिकल्स का योगदान परीक्षा के कुल अंकों में जोड़ा जाएगा।
3. दो सत्रों में परीक्षा का प्रस्ताव
सीबीएसई ने 2025-26 शैक्षणिक सत्र से एक नया प्रस्ताव पेश किया है, जिसमें बोर्ड परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाएगी। यह छात्रों को अपनी परफॉर्मेंस में सुधार करने के लिए अतिरिक्त अवसर प्रदान करेगा।
4. हाजिरी (Attendance) के नए नियम – बोर्ड परीक्षा 2025
बोर्ड परीक्षा 2025 के लिए उपस्थिति (Attendance) के नियमों को सख्त और सुव्यवस्थित किया गया है। इन नियमों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि छात्र नियमित रूप से कक्षाओं में भाग लें और अपनी पढ़ाई के प्रति जिम्मेदारी से पेश आएं।
हाजिरी के मुख्य नियम
बोर्ड ने मेडिकल, राष्ट्रीय या राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं, और प्राकृतिक आपदाओं जैसी वैध परिस्थितियों के लिए अनुपस्थिति की अनुमति दी है।
न्यूनतम उपस्थिति अनिवार्य
छात्रों को परीक्षा में शामिल होने के लिए कम से कम 75% उपस्थिति अनिवार्य है।
यह नियम सभी विषयों के लिए समान रूप से लागू होगा।
विशेष परिस्थितियों में छूट
मेडिकल कारणों या अन्य वैध कारणों से अनुपस्थिति होने पर, छात्रों को प्रमाण पत्र (जैसे डॉक्टर का प्रमाण पत्र) प्रस्तुत करना होगा।
स्कूल प्रबंधन और बोर्ड द्वारा इस पर निर्णय लिया जाएगा।
डेली हाजिरी रिकॉर्ड
स्कूलों को छात्रों की हाजिरी को रोजाना रिकॉर्ड करने और इसे डिजिटली बोर्ड के साथ साझा करने का निर्देश दिया गया है।
यह कदम छात्रों की नियमितता की निगरानी को आसान बनाएगा।
आंतरिक मूल्यांकन में प्रभाव
आंतरिक मूल्यांकन में भी हाजिरी का एक निश्चित प्रतिशत योगदान करेगा।
जिन छात्रों की उपस्थिति कम होगी, उनके आंतरिक अंक प्रभावित हो सकते हैं।
छात्रों और अभिभावकों को सूचित करना
स्कूलों को छात्रों और अभिभावकों को हाजिरी के नियमों के बारे में नियमित रूप से अपडेट देना होगा।
यदि छात्र की उपस्थिति कम है, तो स्कूल अभिभावकों को समय पर सूचित करेंगे।
वैध अनुपस्थिति कारणों की सूची
5. नई शिक्षा नीति (NEP 2020) का प्रभाव
इन बदलावों का मुख्य उद्देश्य नई शिक्षा नीति के तहत छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान और वास्तविक जीवन की समस्याओं को हल करने की योग्यता प्रदान करना है। शिक्षा का यह स्वरूप पारंपरिक रटने की पद्धति से हटकर छात्रों को आधुनिक युग की आवश्यकताओं के अनुसार तैयार करेगा।
6. Bord Exam 2025 टाइमटेबल का महत्व
टाइमटेबल का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह हमारे समय का सही उपयोग करने में मदद करता है। यदि हम अपनी पढ़ाई के लिए एक योजना बना लेते हैं, तो हम अच्छे से पढ़ाई कर सकते हैं और सभी विषयों पर ध्यान दे सकते हैं।
1. समय का सही उपयोग
टाइमटेबल से हमें पता चलता है कि हमें किस विषय पर कब पढ़ाई करनी है, जिससे हम समय बर्बाद नहीं करते।
2. निरंतर पढ़ाई
जब हमारे पास एक अच्छा टाइमटेबल होता है, तो हम रोज़ थोड़ा-थोड़ा पढ़ते रहते हैं
7. अन्य प्रमुख बदलाव
- वैकल्पिक विषयों (Optional Subjects) के लिए भी समान बदलाव लागू किए गए हैं।
- आंतरिक मूल्यांकन (Internal Assessment) में ज्यादा पारदर्शिता और उपयोगिता जोड़ी गई है।
निष्कर्ष
2025 की बोर्ड परीक्षा न केवल छात्रों के अकादमिक प्रदर्शन में सुधार करेगी, बल्कि उन्हें जीवन कौशल के लिए भी तैयार करेगी। यह कदम छात्रों के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
अगर आप इस विषय पर और गहराई से जानना चाहते हैं या किसी विशेष पहलू पर जानकारी चाहिए, तो मुझे बताएं!